कर्मनाशा की हार पार्ट - 11 | बिहार | कैमूर | कर्मनाशा | मलेरिया | भ्रष्ट सरकार | भ्रष्टाचार |
मच्छर के आतंक से लोगों का जीना हुआ हराम: सुविधाए नदारत
दुर्गावती प्रखंड के खजुरा पंचायत में डेंगू का एक छोटा-सा मच्छर जानलेवा और दहशत का पर्याय बन गया है| यहाँ के लोगों का कहना है कि मच्छर की वजह से वे रातभर सो नहीं पाते तो वही दिन के समय भी उनका दहशत बना रहता है| आपको पता होगा कि डेंगू के मच्छर गन्दगी के कारण होते है और खजुरा पंचायत की बात करे तो यहाँ सफाई का नामों निशान नहीं दिखता है| भारत के प्रधानमंत्री जिस प्रकार से स्वच्छता को लेकर दुनिया भर में डंका बजा रहे है तो वही यहाँ के मच्छर लोगों की रात में बैंड बजा रहे है| फिर भी मुखिया जी को यह नहीं लगता की पंचायत के सभी गावों में दवा का छिरकाव करा दिया जाये जिससे की यहाँ के लोगों को डेंगू जैसी प्राणघातक बीमारी से बचाया जा सके | आपको बता दें कि भारत में लगभग हर साल 5 करोड़ व्यक्ति इस बीमारी से संक्रमित होते है और इससे प्रतिवर्ष 12000 मौतें होती है| जिसमें से सबसे अधिक बच्चे होते है|
पंचायत में हो रहे अव्यवस्था के लिए कही न कही पंचायत के मुखिया की बड़ी भूमिका रहती है क्योंकि पंचायत में जो भी सुविधाएँ और योजनाएं आती है उसपर पहला मुहर पंचायत का मुखिया ही लगाता है. लेकिन लगता है कि जनहित में किये जाने वाले कामों में हो रही लापरवाही का ही नतीजा है कि खजूरा पंचायत के लोग डेंगू के आतंक से सहमे हुए है.
अभी हाल ही में पानी की वजह से गन्दगी न हो और बाजार साफ सुथरा रहे जिसके लिए कर्मनाशा बाजार में नाली और सड़क का निर्माण किया गया लेकिन लगता है यही नाली और सड़क यहाँ के लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है जी हाँ कर्मनाशा बाजार में नाली तो बनी लेकिन उसमे जा रहे पानी का कोई निकास नहीं है जिसकी वजह से नाली में जा रहा पानी सड़ने लगा है और उसमे डेंगू के मच्छर पनफने लगे है. इसका जल्द से जल्द निकासी और दवा का छिरकाव नहीं किया गया तो यहाँ के लोगों को डेंगू जैसी भयावह बीमारी होने से कोई नहीं रोक सकता.
इसी लिए समय रहते सतर्क हो जाइये .
नोट – मैं चाहता हूँ कि खजुरा पंचायत ही नहीं बल्कि पुरे दुर्गावती ब्लाक में दवा का छिरकाव हो जिससे की डेंगू जैसी प्राणघातक बीमारी से बचा जा सके.
Comments
Post a Comment